Hindi Moral Stories - ख़ज़ाने की खोज. This is from one of the best moral story I have ever read. This story is really informative and educative. In this story there is a farmer who works really hard for his children. The rest you will see in story. So, without wasting more time let's start.
Hindi Moral Stories - ख़ज़ाने की खोज
एक समय की बात है एक गांव में एक किसान रहता था जिसका नाम गगन लाल था। उसके पास चार पुत्र थे। उसके चारो पुत्र बहुत आलसी और कामचोर थे लेकिन उसके पिता ऐसे नहीं थे। गगन लाल बहुत मेहनती और अपने उसूलों का पक्का इंसान था। वो रोज़ सुबह अपने खेत में जाता था और वह काम करने के बाद अपने बच्चो के बारे ने सोचता था। गगन लाल के चारो पुत्र सोते और खाते थे।
वह बड़ा परेशान रहता था। पता नहीं उसके देहांत के बाद उसके बच्चों का क्या होगा। वह रोज़ खेत जाता और इंतजार करता के कभी तो मेरे बेटे मेरा साथ देने के लिए आएंगे। लेकिन उसका बेटा कभी भी नहीं आता था।
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आखिर कार उसे एक बीमारी लगा गई जिस से वो ना तो वह चल पा रहा था और नाही उठ पा रहा था। जब गगन लाल ने देखा उसकी मृत्यु करीब है तो उसने अपनी पत्नी को कहा मेरे चारो बेटों को बुला कर मेरे पास लाओ। गगन लाल की पत्नी अपने चारो बेटों को बुला कर लाई और पिताजी के पास बैठने को कहा। वह सब आकर बैठ गए।
गगन लाल ने अपने चारो बेटों से कहा ' बेटा तुमलोगो ने आज तक मेहनत नहीं किया, अब तुम लोगो का गुज़ारा कैसे होगा '। फिर किसान ने कहा मैंने तुम सब के लिए अपने खेत में ख़ज़ाना छुपा के रखा है। मेरे देहांत के बाद तुम सब उसे निकाल लेना। कुछ ही दिनों में उसकी मृत्यु हो गई।
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पिताजी के स्वर्ग जाने के कुछ दिन बाद उसके बेटे ने सोचा अब हमे को ख़ज़ाना निकाल लेनी चाहिए। वो सभी फावड़ा और कुदाल ले कर खेत में पहुंच गए। चारो भाई मिल कर परा खेत खोद डाला लेकिन उन्हें कुछ ना मिला। वो थक कर घर लौट गए और अपनी मां को पूरी बात बताई। उसकी मां ने कहा बेटा जब तुमने उस खेत को खोद ही दिया है तो जाओ उसमे बीज भी बो देना।
फिर उसकी मां ने उनलोगो को सिंचाई का कहा उन्होंने वो भी किया। फिर कुछ ही दिनों में फसल बारह कर पक गए। फिर उसकी मां ने इंसान को बताया के उस खेत में कोई खज़ाना नहीं था। तुम्हारे पिताजी ने तुमसे झूट कहा था। हमारे पास खेत और इस घर के अलावा कुछ भी नहीं है। उसके बच्चों को ये बात समझ में आ गई के उनके पिता ने उनसे झूट क्यों कहा। और उन्हें ये भी समझ आ गया के ये खेत ही ख़ज़ाना है उनके लिए और उन्हें इस ख़ज़ाने से कुछ निकालने के लिए उन्हें मेहनत करनी पड़ेगी।
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Moral Of The Story
शिक्षा:- हमें आलस्य को त्यागकर मेहनत करना चाहिए। मेहनत ही इंसान की असली दौलत है।
Hindi Moral Stories - ख़ज़ाने की खोज
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