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Best Hindi Moral Stories - शेर और बंदर की दुश्मनी
बहुत समय पहले की बात है जंगल के बीच एक पहाड़ी पर बहुत सारे बंदर रहते थे। वो सब पूरे दिन बाद पर पर इधर से उधर उछल कूद करते और फल तोड़ के खाते। सारे बंदर आपस में मिल जुल के रहते और अपना जीवन व्यतीत करते। पहाड़ी के ऊपर एक गुफा भी था जो के पुरा खाली था। कोई उस गुफा में नहीं रहता था। एक दिन जंगल के राजा का संदेश ले कर उसका मंत्री सियार आया।
उसने बंदरो से कहा जंगल के राजा शेर का यह संदेश है के वो अब यह आकर इस गुफा में रहेंगे। शेर के गुफा में आ जाने से बंदरो पर सदैव एक संकट बना रहता। ये सोचकर बंदरो ने सियार से कहा शेर यह इस गुफा मे आकर नहीं रह सकते। ये कह कर बंदरो ने सियार को वापस भेज दिया। ये सारी बाते जब शेर को पता चली तो उसने सियार के साथ खुद भी जाने का निर्णय किया। अगले दिन जब वो पहाड़ी के ऊपर पहुंचा तो बंदरो ने फिरसे माना किया शेर को वह रहने से।
शेर ने उन सब को कहा मै तुम लोगो को कुछ भी नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा लेकिन सिर्फ तब तक जब तक तुमलोग मुझे परेशान नहीं करते। बंदरो ने शेर की बात मान ली। वो सब वाहा खुशी खुशी रहने लगे। सब कुछ बिल्कुल ठीक चल रहा था। एक दिन शेर ने अपने मंत्री सियार को बुलाया और उस से कहा। देखो में खाने के बाद काफी थक जाता हूं तो तुम कल से मेरे लिए एक बर्तन में पानी लाकर गुफा के बाहर रख देना।
अगले दिन सियार ने ऐसा ही किया। वो एक बर्तन ने पानी लाया और गुफा के सामने रख कर वाहा से चला गया। बंदरो को शरारत सूझी उन्लोगो ने बांस की सहायता से पानी को पहाड़ी के नीचे बहा दिया। जब शेर बाहर आया तो देखा के खाली बर्तन रखा है उसमे पानी तो है ही नहीं। उसने सियार को बुलाया और उस पर हो गया के उसने पानी क्यों नहीं रखा।
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अगले दिन फिर उसी तरह सियार पानी का बर्तन भर कर लाया और गुफा के सामने रख दिया। बंदरो ने फिर से वही काम किया। जब शेर को फिर से ना मिला तो उसने सियार को बुलाया और उस पर खूब गुस्सा हुआ और उसे कामचोर, एक भी काम ढंग से नहीं होता। इस तरह को हज़ार बातें कहीं। जब शेर का गुस्सा शांत हुआ तो सियार ने शेर को एक तरकीब समझाई।
अगले दिन सियार बर्तन भर कर पानी लाया और आधा पानी गुफा के अंदर रखा और आधा पानी उसी तरह बाहर। शेर ने आधा पानी पिया और बाहर रखे पानी को सियार के साथ छुप कर देखने लगा। बंदरो ने बांस की सहायता से पानी को पहाड़ी के नीचे गिरा दिया। शेर ने बंदरो को कुछ नहीं कहा।
इसी तरह कुछ महीने बीत गए। बंदरो को भी ये बात पता चल गई के शेर जानता है बंदर उसका पानी गिरा देते है। और अब शेर भी काफी जल्दी शिकार करके आ जाता है। एक दिन सभी बंदर शेर के पास जाते है और उस से पूछते है। कि आप जब जानते है के हम आपका पानी गिरा दे रहे है फिरभी हमपर हमला क्यों नहीं करते। और आप इतनी जल्दी शिकार करके कैसे आ जाते है। शेर ने बताया के वो लोग जो पानी नीचे गिरा देते है उस से नई नई घास उग जाती है, जिस से के शाकाहारी जीव उसे जब भी खाने आते है तो वो उसका शिकार आसानी से कर लेता है। बंदरो को समझ आ गया के वो शेर को परेशान नहीं बल्कि उसकी मदद ही कर रहे थे।
Moral Of The Story
शिक्षा:- तुमको यह सोचना चाहिए की तुम जिसका नुक्सान कर रहे हो उससे उसका नुक्सान हो रहा है या फायदा।
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